जयपुर: PHED में IT की एंट्री से खत्म होगी भ्रष्टाचार की बीमारी
जलदाय विभाग में करप्शन के बीच प्रवर्तन निदेशालय और एसीबी की एंट्री तो हो गई है,लेकिन इसे जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए आईटी की एंट्री भी होगी।ताकि इस रोग को जड से समाप्त हो सके।इसके लिए जलदाय विभाग के सचिव डॉ।समित शर्मा ने ब्लू प्रिंट की तैयार कर लिया है और अब आने वाले समय में पीएचईडी पूरा सिस्टम औनलाइन करेगा,ताकि पानी वाले विभाग में पारदर्शी ढंग से काम हो सके।आखिर ये ब्लू प्रिंट क्या है।
ब्लू प्रिंट तैयार,लागू होने का इंतजार
भ्रष्टाचार,घोटाले,कमिश्नर खोरी के नाम से बदनाम जलदाय विभाग जल्द ही बड़ा परिवर्तन होगा।करोड़ों के टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता को दरकिनार करते हुए शर्तें बदलने का खेल चलता था।लेकिन अब पानी वाले विभाग में अब ऐसे खेल पर ब्रेक लगेगा।क्योंकि जलदाय विभाग में प्रवर्तन निदेशालय और एसीबी के बाद अब आईटी की एंट्री होगी।
पीएचईडी में पूरी टेंडरिंग प्रक्रिया को औनलाइन किया जाएगा।जलदाय विभाग ने इसके लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है।पीएचईडी सचिव डॉ।समित शर्मा का बोलना है कि पंप हाउस,पेयजल लाइनों में जो काम होना चाहिए था वो नहीं हुआ,क्वालिटी से लेकर कार्यों में ढिलाई की गई।जो ना सिर्फ़ पीएचईडी बल्कि राष्ट्र के लिए खतरनाक है।
पूरा सिस्टम ऑनलाइन
ड्राइंग डिजाइन,टैंडर,AS,FS,टेक्नीकल सेंशन,BAQ,NIT प्रक्रिया,L1 चयन,वर्क आर्डर,वर्क एग्जीक्यूशन के सभी स्टेज,वर्क कम्पलीशन,हैंड ओवर,वर्क ऑपरेशन,मेंटेनेंस की प्रक्रिया को औनलाइन किया जाएगा।इसके अतिरिक्त मेजर प्रोजेक्ट्स में स्कॉडा सिस्टम से जोडा जाएगा।ताकि विभाग को ये जानकारी रहे कि भूतल,जमीन से कितना पानी प्राप्त हो रहा है।
पाइप लाइन से कितना पानी जा रहा है,उपभोक्ताओं तक कितना पानी पहुंच रहा है।इसकी जानकारी स्कॉडा के माध्यम से मिल पाएगी।इसके अतिरिक्त बिलिंग के लिए कंज़्यूमरों के लिए ऐप बनाया जाएगा।वहीं कम्पलेन के लिए वाट्सअप चैट बोट की सुविधा भी होगी,ताकि समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण हो सके।
3 से 6 महीने में लागू होगा
इस सिस्टम को पूरी तरह से लागू करने के लिए जलदाय विभाग को 3 से 6 महीने का समय लगेगा।अब ऐसे में देखना होगा कि समित शर्मा की ये प्रयास कितनी कारगार साबित होती है।वैसे समित शर्मा ने सामाजिक इन्साफ और स्त्री बाल विकास में भी आईटी के जरिए बड़ा परिवर्तन किया था,जिसका रिज़ल्ट भी देखने को मिला था।