तिहाड़ जेल अधिकारियों ने सुनीता केजरीवाल को अपने पति अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की नहीं दी इजाजत
Arvind Sunita Kejriwal Jail Meeting: तिहाड़ कारावास ऑफिसरों ने सुनीता केजरीवाल को अपने पति अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से मुलाकात की इजाजत नहीं दी है। सुनीता केजरीवाल आज दिल्ली के सीएम से मिलने तिहाड़ कारावास जाने वाली थीं लेकिन वो आज मुलाकात नहीं कर पाएंगी। क्योंकि कारावास मैनुअल के अनुसार एक सप्ताह में केवल 2 लोग किसी भी कैदी से मुलाकात कर सकते हैं। उसी के हिसाब से आज मंत्री आतिशी की मुलाकात का स्लॉट बुक है और कल यानी 30 अप्रैल को पंजाब के सीएम भगवत मान ने केजरीवाल से मिलने के लिए स्लॉट बुक किया है। अब यदि सुनीता केजरीवाल अपने पति से मिलना चाहती हैं तो अगले सप्ताह मिल सकती हैं।
मुलाकात की इजाजत ना मिलने से AAP नाराज
ये बात आम आदमी पार्टी को बहुत नागवार गुजरी। आम आदमी पार्टी ने X पर पोस्ट किया कि मोदी गवर्नमेंट के इशारे पर तिहाड़ कारावास प्रशासन ने सुनीता केजरीवाल की अपने पति अरविंद केजरीवाल से होने वाली उनकी मुलाकात रद्द कर दी। मोदी गवर्नमेंट अमानवीयता की सारी हदें पार कर रही है। एक निर्वाचित सीएम के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। हालांकि, तिहाड़ कारावास के सूत्रों के मुताबिक, किसी की मुलाकात कैंसिल नहीं की गई है। जेल, कारावास मैनुअल के हिसाब से चलती है
तिहाड़ कारावास का मैनुअल क्या कहता है?
नियम के मुताबिक, मुलाकाती दिल्ली के जेलों में सप्ताह में दो बार मिल सकता है। अंडर ट्रायल और कनविक्ट दोनों के लिए नियम बराबर एक ही होता है। कारावास में आने के बाद कैदी को सबसे पहले कारावास अथॉरिटी को 10 नाम बताने पड़ते हैं। इन्ही 10 लोगों में से कोई एक कारावास में टेलीफोन कर सकता है। टेली बुकिंग के बाद कारावास ऑपरेटर उसे स्वीकृति देगा। इन्ही 10 लोगों से उनकी मुलाकात होती है।
VIP कैदियों के लिए क्या है नियम?
मैनुअल के मुताबिक, कैदियों और मुलाकाती के बीच जंगला रहेगा। एक बार में 3 लोग जंगले के दूसरी तरफ से मिल सकते हैं। सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 तक मुलाकात का समय है। VIP या हाई सिक्योरिटी वाले कैदियों की अलग से मुलाकात होती है। मुलाकात के लिए आने वाले शख्स की तलाशी ली जाती है।