शराब घोटाले में भाजपा ने क्यों की ये मांग…
अमृतसर: भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पंजाब की शराब नीति की जांच की मांग करते हुए बोला कि यह दिल्ली की शराब नीति के समान है. बीजेपी की पंजाब इकाई ने यह भी बोला कि तिहाड़ कारावास में कैद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब लाया जाना चाहिए और पंजाब की उत्पाद शुल्क नीति पर पूछताछ की जानी चाहिए. विशेष रूप से, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब के तीन ऑफिसरों को तलब किया है जो उत्पाद शुल्क नीति से निपट रहे थे.
पंजाब के सीएम भगवंत मान पर कटाक्ष करते हुए, राज्य बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बोला कि, “पंजाब गवर्नमेंट अरविंद केजरीवाल को प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब क्यों नहीं लाती और फिर सीएम (मान) जब चाहें अपने सुप्रीमो से मिल सकते हैं. वैसे, कम से कम सीएम पंजाब में रहेंगे और उनके शासन में सुधार हो सकता है.” मीडिया से बात करते हुए जाखड़ ने बोला कि जब पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी के भतीजे से 10 करोड़ रुपये बरामद हुए थे, तो भगवंत मान ने बोला था कि वह उनके विरुद्ध कार्रवाई करेंगे. उन्होंने बोला कि, “लेकिन अब, चोर और पुलिस ने हाथ मिला लिया है और लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. हमारा काम उन्हें बेनकाब करना है.“
बीजेपी नेता ने आगे बोला कि पंजाब की शराब नीति की विस्तृत जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा, “उन्हें (केजरीवाल को) प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब लाने से AAP में हर किसी के लिए उनसे मिलना सरल हो जाएगा. यहां तक कि उनका परिवार भी उनके साथ रह सकता है और वे उनका जन्मदिन भी एक साथ इंकार सकते हैं.” बीजेपी नेता ने बोला कि AAP ने पंजाब के लोगों को निःशुल्क बिजली और शून्य बिल देने का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया.
उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि इस खोखले वादे का क्या हुआ. धन के पूर्व आवंटन के बिना कोई भी योजना निश्चित रूप से विफल हो जाएगी.” मीडिया के एक प्रश्न के उत्तर में जाखड़ ने बोला कि विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास बग्गा की मर्डर पंजाब की शांति को खराब करने का एक जानबूझकर किया गया कोशिश था. जाखड़ ने कहा, “हत्याओं पर AAP और कांग्रेस पार्टी सहित तथाकथित उदारवादी पार्टियों की खामोशी दंग करने वाली है. सीएम के पास परिवार के बारे में पूछताछ करने का भी समय नहीं था, उनके लिए इन्साफ सुनिश्चित करना तो दूर की बात है.“
जाखड़ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने बोला कि अरविंद केजरीवाल पर लगाए जा रहे इल्जाम मनगढ़ंत हैं. गर्ग ने बोला कि, “अरविंद केजरीवाल की छवि साफ-सुथरी है. हमें न्यायपालिका पर भरोसा है और आशा है कि वह जल्द ही कारावास से बाहर आएंगे. बीजेपी और अकाली दल द्वारा उनके विरुद्ध इस्तेमाल की गई भाषा बहुत अपमानजनक है. इन नेताओं की जांच की जानी चाहिए क्योंकि उनकी गवर्नमेंट के दौरान घोटाले हुए, वे कई लोगों के पीछे के मास्टरमाइंड थे.“
बता दें कि केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को दिल्ली शराब नीति मुद्दे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में उनके आवास से अरैस्ट किया था. गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में रहने के बाद वह 1 अप्रैल से कारावास में हैं.