सकोली कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने किया ये दावा
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के उस बयान का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर सोमवार को पलटवार किया, जिसमें उन्होंने (फडणवीस) “दो दलों को तोड़कर सत्ता में वापसी” करने का दावा किया था. अमित शाह ने एक दिन पहले बोला था कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पार्टी में विभाजन के लिए बीजेपी उत्तरदायी नहीं है.
भंडारा जिले के सकोली कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने दावा किया, “शिवसेना और राकांपा में विभाजन उद्धव के अपने बेटे (विधायक आदित्य ठाकरे) और शरद पवार के अपनी बेटी (बारामती से सांसद सुप्रिया सुले) के प्रति प्रेम के कारण हुआ.”
इस बयान के बारे में पूछे जाने पर, ठाकरे ने कहा, “अमित शाह को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी के सहयोगी देवेंद्र फडणवीस ने गर्व से दावा किया था कि वह दो पार्टियों को तोड़कर सत्ता में वापस आए हैं.”
फडणवीस ने 18 मार्च को दावा किया था कि वह कथित तौर दो दलों को तोड़कर सत्ता में वापस आए हैं. जून 2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद ठाकरे की प्रतिनिधित्व वाली महाविकास आघाडी (एमवीए) गवर्नमेंट गिर गई, जबकि जुलाई 2023 में अजित पवार के गवर्नमेंट में शामिल होने के चलते शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा दो गुटों में टूट गई. चुनावी बॉण्ड का मामला उठाने पर विपक्षी दलों के पछताने संबंधी पीएम नरेन्द्र मोदी के बयान को लेकर उनपर निशाना साधते हुए ठाकरे ने बोला कि स्थिति ऐसी है कि किसी को भी सत्तारूढ़ दल के साथ होने पर पछतावा होगा.
ठाकरे ने बीजेपी के साथ अपनी पार्टी के कई दशक लंबे गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, “हमें हाल ही में उनकी करप्शन की नीति का एहसास हुआ है और आश्चर्य है कि हम इतने लंबे समय तक उनके साथ कैसे रहे.” साल 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूट गया था.