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Lok Sabha Chunav 2024: पिता के बाद अब बेटा लड़ेगा ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव, कांग्रेस से टिकट लेकर ठोकी ताल

बीजेपी द्वारा टिकट घोषित करने के 26 दिन बाद कांग्रेस पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया है कांग्रेस पार्टी ने मुंगावली से सियासी राव परिवार के सदस्य यादवेंद्र सिंह यादव को ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध मैदान में उतारा है यादवेंद्र के पिता ने भी लोकसभा चुनाव लड़ा था

राव परिवार की दुश्मनी सिंधिया परिवार से बहुत पुरानी है

राव परिवार की सिंधिया परिवार से दुश्मनी बहुत पुरानी है ठीक 22 वर्ष पहले भाजपा ने यादवेंद्र यादव के पिता देशराज सिंह यादव को लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध मैदान में उतारा था 2002 के लोकसभा उपचुनाव में 5 लाख 35 हजार 728 वोट हासिल करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें 4 लाख 6 हजार 568 वोटों से हराया. तब देशराज सिंह यादव को 1 लाख 29 हजार 160 वोट ही मिल सके थे

देशराज सिंह यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता के विरुद्ध लोकसभा चुनाव लड़ा था

इससे पहले वर्ष 1999 में देशराज सिंह यादव ने लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के विरुद्ध चुनाव लड़ा था उस समय माधवराव सिंधिया को 4 लाख 43 हजार 965 वोट मिले थे, जबकि देशराज सिंह को 2 लाख 29 हजार 537 वोट मिले थे देशराज सिंह 2 लाख 14 हजार 428 वोटों से हार गए पिता माधवराव 2 लाख वोटों से और बेटे ज्योतिरादित्य 4 लाख से अधिक वोटों से चुनाव हारे थे

राव परिवार के बड़े बेटे यादवेंद्र सिंह भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध मैदान में हैं

अब एक बार फिर वही समीकरण सामने आ गए हैं राव परिवार के सबसे बड़े बेटे यादवेंद्र सिंह भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध मैदान में हैं यादवेंद्र सिंह यादव अपने पिता की हार का बदला लेने पर तुले हैं

यादवेंद्र सिंह ने क्यों छोड़ी बीजेपी?

2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यादवेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ दी और कमल नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए उस समय यादवेंद्र सिंह ने बोला था कि ”जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक भाजपा में शामिल हुए हैं, कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है, क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है”…यादवेंद्र सिंह ने बोला कि अब इस पार्टी का अस्तित्व नहीं है अटल बिहारी वाजपेयी.

कांग्रेस ने मुंगावली विधानसभा सीट से यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया

मुंगावली विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने यादवेंद्र सिंह यादव को मैदान में उतारा है यादवेंद्र यादव ने ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के समर्थक राव बृजेंद्र सिंह यादव के विरुद्ध ताल ठोकी यादवेंद्र यादव महज 5422 वोटों से चुनाव हार गए सिंधिया समर्थक राव बृजेंद्र सिंह विधायक चुने गए

राव परिवार का सियासी इतिहास

वर्तमान में यादवेंद्र सिंह यादव जिला पंचायत सदस्य हैं. उनकी पत्नी जनपद पंचायत सदस्य हैं. माता बाईसाहब यादव जिला पंचायत सदस्य हैं. छोटे भाई अजय प्रताप सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. आरएसएस से नजदीकी के कारण यादवेंद्र सिंह के पिता स्वर्गीय देशराज सिंह यादव को भाजपा ने 6 बार टिकट दिया, जिसमें से वह तीन बार विधायक चुने गए देशराज सिंह यादव ने रामजन्मभूमि आंदोलन में भी अहम किरदार निभाई थी

यादव संसदीय सीट पर वोट बैंक हैं

गुना लोकसभा सीट पर यादव वोट बैंक का खासा असर है लोकसभा क्षेत्र में 3 लाख से अधिक यादव मतदाता हैं जो कुल मतदाताओं का 18% से अधिक है. यादव वोट बैंक के सहारे कांग्रेस पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की रणनीति बना रही है हालांकि, यादव समुदाय से बृजेंद्र सिंह यादव और महेंद्र यादव गुना लोकसभा क्षेत्र की दो विधानसभा सीटों मुंगावली और कोलारस से विधायक हैं. दोनों ही सिंधिया समर्थक माने जाते हैं ऐसे में यादव वोट बैंक की एकजुटता यादवेंद्र सिंह के लिए प्रश्न खड़े करती है

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