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Lok Sabha Elections 2024: कोयंबटूर में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी

  कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को इल्जाम लगाया कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट (Narendra Modi Governement) वास्तव में ‘‘अडाणी सरकार” है और विश्वास जताया कि लोकसभा चुनावों में ‘इंडिया’ गठबंधन (INDIA Alliance) की जीत होगी. तमिलनाडु के सीएम एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के अध्यक्ष एम के स्टालिन (CM MK Stalin) के साथ कोयंबटूर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने दावा किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी और अडाणी की नीतियों ने दो हिंदुस्तान बनाए हैं. एक अरबपतियों का हिंदुस्तान और दूसरा गरीबों का हिंदुस्तान है.

रैली में कांग्रेस पार्टी और द्रमुक नेताओं के गर्मजोशी भरे संबंध देखने को मिले. स्टालिन ने गांधी को ‘प्रिय भाई’ कहकर संबोधित किया. वहीं, गांधी ने स्टालिन को ‘बड़े भाई’ के रूप में संबोधित करते हुए बोला कि वह कभी भी किसी अन्य राजनीतिज्ञ को अपने भाई के रूप में संबोधित नहीं करते हैं. स्टालिन ने कांग्रेस पार्टी पार्टी के घोषणापत्र को ‘चुनाव का नायक’ कहा और गांधी की प्रशंसा करते हुए बोला कि अपनी यात्राओं के माध्यम से उन्होंने लोगों की समस्याओं को जाना और अपनी पार्टी का घोषणापत्र लेकर आए. उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र द्रमुक द्वारा समर्थित सामाजिक इन्साफ को दर्शाता है.

गांधी ने कहा, ‘‘तूफान आने वाला है, मोदी सत्ता से बेदखल होने वाले हैं.” उन्होंने इल्जाम लगाया, ‘‘मोदी गवर्नमेंट वास्तव में ‘अडाणी सरकार’ है, इसे अडाणी गवर्नमेंट बोला जाना चाहिए, न कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार.” उन्होंने दावा किया कि चाहे हवाई अड्डा हो, राजमार्ग हो, बुनियादी ढांचे से जुड़ी कोई परियोजना हो, केंद्र गवर्नमेंट इसे अडाणी को दे देती है. कांग्रेस पार्टी नेता ने इल्जाम लगाया कि अडाणी ‘‘मुंबई हवाई अड्डा चाहते थे” और ‘‘हवाई अड्डे के मालिकों के विरुद्ध CBI जांच कराई गई” और कुछ सप्ताह बाद उन्होंने हवाई अड्डा अडाणी को सौंप दिया और केंद्रीय एजेंसी की जांच समाप्त हो गई. गांधी ने इल्जाम लगाया कि संसद में अडाणी का मामला उठाने के बाद गवर्नमेंट ने लोकसभा की उनकी सदस्यता छीन ली और उन्हें दिल्ली स्थित उनके आवास से बेदखल कर दिया.

उन्होंने बोला कि चुनाव विचारधारा की लड़ाई है और यह कोई सामान्य चुनाव नहीं है. गांधी ने बोला कि राष्ट्र के सभी लोगों के अधिकार, उनके इतिहास, भाषाएं और उनके जीवन जीने का तरीका संविधान द्वारा संरक्षित है. कांग्रेस पार्टी नेता ने कहा, ‘‘संविधान कोई साधारण पुस्तक नहीं है, यह आत्मा है, यह हिंदुस्तान के लोगों की आवाज है. उस आत्मा और उस आवाज पर पीएम और आरएसएस द्वारा धावा किया जा रहा है.बीजेपी (भाजपा) की निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने इल्जाम लगाया कि बीजेपी के सांसदों ने खुले तौर पर बोला है कि यदि पार्टी केंद्र में सत्ता में बरकरार रही तो ‘‘वे संविधान बदल देंगे.

तिरुनेलवेली में, उन्होंने इल्जाम लगाया कि हिंदुस्तान के सभी संस्थान और एजेंसियां ‘‘आरएसएस के लोगों से भरी हुई हैं.” उन्होंने चुनावी बॉण्ड योजना को लेकर मोदी की निंदा की और इल्जाम लगाया कि यह साफ हो गया कि यह ‘‘जबरन वसूली” थी. उन्होंने इल्जाम लगाया, ‘‘यह दुनिया में किसी के द्वारा किया गया करप्शन का सबसे बड़ा कृत्य है.” गांधी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि उन्हें डोसा पसंद है, लेकिन दिल्ली में वह ‘एक राष्ट्र, एक नेता, एक भाषा’ की बात करते हैं. उन्होंने प्रश्न किया कि तमिल और मणिपुरी सहित ‘‘अन्य सभी भारतीय भाषाओं के लिए स्थान क्यों नहीं है.” उन्होंने तमिल संस्कृति, इतिहास, परंपरा और भाषा पर धावा करने के लिए पीएम पर निशाना साधा. गांधी ने बोला कि तमिल किसान भूख से मर रहे हैं और तमिल युवा बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा, ‘‘भारत के इतिहास में पहली बार किसान टैक्स दे रहे हैं.

उन्होंने बोला कि गवर्नमेंट में 30 लाख रिक्त पद हैं और ये नौकरियां युवाओं को प्रदान की जाएंगी. गांधी ने बोला कि ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर सभी स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को फायदा पहुंचाने के लिए एक कानून ‘राइट टू अप्रेंटिसशिप’ संसद में पारित किया जाएगा. राहुल गांधी ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को गरीब विरोधी करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है, तमिलनाडु के लोगों के लिए नीट एक बड़ा मामला है. हम यह फैसला राज्य पर छोड़ देंगे कि आप नीट में शामिल चाहते हैं या नहीं. नीट गरीब विरोधी परीक्षा है. आपको (तमिलनाडु) तय करना होगा कि नीट में शामिल होना है या नहीं.

कांग्रेस नेता ने बोला कि जब तमिलनाडु की द्रमुक नीत गवर्नमेंट ने बाढ़ राहत की मांग की, तो केंद्र ने ‘‘मना” कर दिया. सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक लगातार तमिलनाडु के लिए 37,000 करोड़ रुपये की बाढ़ राहत का मामला उठा रही है और इल्जाम लगा रही है कि केंद्र गवर्नमेंट ने एक पैसा भी नहीं दिया. गांधी ने इल्जाम लगाया कि केंद्र ने बाढ़ राहत के लिए तमिलनाडु के निवेदन को ‘‘पिचाई” का नाम दिया है. द्रमुक और कांग्रेस पार्टी का इल्जाम है कि बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण ने बाढ़ राहत को ‘‘पिचाई” कहकर इसका महत्व घटाने का कोशिश किया है.

 

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