कोलकाता के ‘बिग थ्री’ की सफलता का होगा असर
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मंगलवार को बोला कि कोलकाता के ‘बिग थ्री’ – मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग – की कामयाबी का केवल राज्य फुटबॉल पर ही व्यापक असर नहीं पड़ेगा बल्कि इसका राष्ट्र में खेल पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.
सात महीने में चार खिताब और ‘भारतीय फुटबॉल का मक्का’ बोला जाने वाला कोलकाता सोमवार को यहां खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में मुंबई सिटी एफसी पर 2-1 की जीत के बाद मोहन बागान के पहली बार भारतीय सुपर लीग (आईएसएल) की ‘लीग विजेता शील्ड’ जीतने का उत्सव इंकार रहा है.
चौबे ने मीडिया से कहा, ‘‘आईएसएल शील्ड, आईलीग ट्रॉफी, सुपर कप और डूरंड कप को पश्चिम बंगाल में लाना राज्य में नए जमाने के फुटबॉल और इन क्लबों का फुटबॉल के नए मानदंडों के अनुकूल होने का संकेत है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोलकाता के तीन दिग्गजों को पश्चिम बंगाल, हिंदुस्तान और विश्व स्तर पर प्रशंसकों का भारी समर्थन हासिल है. मुझे विश्वास है कि मोहन बागान और ईस्ट बंगाल की सफलता, और साथ ही मोहम्मडन स्पोर्टिंग के अगले सत्र में आईएसएल में शामिल होने से भारतीय फुटबॉल पर व्यापक असर पड़ेगा.’’
इसकी आरंभ मोहन बागान ने पिछले वर्ष तीन सितंबर को चिर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल को 1-0 से हराकर 23 वर्ष में अपने पहले डूरंड कप खिताब के साथ सत्र प्रारम्भ करके की.
ईस्ट बंगाल ने 29 जनवरी को भुवनेश्वर में ओडिशा एफसी को 3-2 से हराकर सुपर कप जीता. इससे उनके 12 वर्ष के ट्रॉफी के सूखे का अंत हुआ.
कई बार निचली लीग में खिसकने के बाद वापसी करते हुए मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने इस महीने की आरंभ में शिलांग लाजोंग एफसी को 2-1 से हराकर एक दौर शेष रहते हुए आईलीग का खिताब जीता और आईएसएल में स्थान बनाई.
इसके बाद मोहन बागान ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में रिकॉर्ड 61,000 से अधिक घरेलू दर्शकों के सामने आईएसएल शील्ड जीती. टीम की नजरें अब आईएसएल ट्रॉफी जीतकर सत्र का अंत करने पर टिकी हैं.