वैष्णवी ने सांडा वर्ग में जीता स्वर्ण
सुधांशु त्रिवेदी की शुभकामना से आईं सुर्खियों में
वैष्णवी मंगलवार को अचानक उस समय सुर्खियों में आईं जब बीजेपी सांसद डाक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने सोशल मीडिया पर उनके बारे में लिखा कि, अब तक वैष्णवी को बधाइयों का तांता लग जाना था, लेकिन सन्नाटा पसरा हुआ है, अरे भाई राष्ट्र की बेटी ने स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने अंत में लिखा आपकी मर्जी बिटिया को शुभकामना दो या ना दो हम तो देंगे। वैष्णवी मास्को से मीडिया को बताती हैं कि उन्होंने भी सुधांशु सर की शुभकामना के बारे में सुना है, उनके लिए यह बड़ी बात हैै। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी उन्हें सोशल मीडिया पर शुभकामना दी।
बड़ी बहन बनीं प्रेरणा
वैष्णवी की बड़ी बहन गीतांजलि भी वूशु खिलाड़ी और राष्ट्र के लिए 2022 में जॉर्जिया अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण जीत चुकी हैं। वैष्णवी के अनुसार वही उनकी प्रेरणा हैं। उन्होंने और उनकी बहन ने पास में ही इस खेल का अभ्यास करते बच्चों को देखा तो उन्हें लगा कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए यह खेल बहुत अच्छा है। दोनों ने इसे अपनाया। गीतांजलि ने जल्द ही राष्ट्रीय टीम में स्थान बना ली। वैष्णवी बताती हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम में पदार्पण करते हुए स्वर्ण जीता है।
फाइनल में रूसी खिलाड़ी को हराया
21 वर्षीय वैष्णवी बताती हैं कि वे पांच भाई-बहन हैं और उनके पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। वैष्णवी 2019 की जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में विजेता बनीं। मास्को स्टार वूशु टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने रूसी खिलाड़ी को हराया। वैष्णवी कहती हैं कि वह 2026 के एशियाई खेलों में राष्ट्र के लिए स्वर्णिम प्रदर्शन करना चाहती हैं।
यूपी की बुलबुल को भी स्वर्ण
मेरठ की बुलबुल चौधरी ने भी मंगलवार को मास्को में खत्म हुई मास्को स्टार वूशु चैंपियनशिप में बहुत बढ़िया प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीते। इसके अतिरिक्त सोना जीतने वालों में गाजियाबाद के संतोष मिश्रा (48 भार वर्ग) और जम्मू कश्मीर की आइरा और अंशा चिश्ती भी शामिल हैं। भारतीय टीम के कोच सेना के अमित पॉल के अनुसार बुलबुल ने सीनियर वर्ग के सांडा में 56 भार में स्वर्ण जीता। हरियाणा के आर्यन ने जूनियर वर्ग के 48 भार में स्वर्ण जीता। आइरा ने सांडा के 52 और उनकी बहन अंशा ने 56 भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। हिमाचल प्रदेश के आर्यन सूद (60), दिल्ली के पंकज शर्मा (85), चंडीगढ़ की अनु (45) ने रजत पदक जीते।