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गोल्ड मेडल नदी में फेंक बना मुसलमान

Muhammad Ali Religion Record Heavyweight Boxing Career Real Name: मुहम्मद अली… इस नाम से आप सभी परिचित जरूर होंगे वे अमेरिकी पेशेवर मुक्केबाज थे उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा हैवीवेट मुक्केबाज माना जाता है वे तीन बार हैवीवेट चैंपियन रहे उन्हें स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी ऑफ द सेंचुरी और स्पोर्ट्समैन ऑफ द सेंचुरी सम्मान से भी नवाजा जा चुका है वे तीन बार लेनियल चैंपियनशिप जीतने वाले दुनिया के अकेले हैवीवेट चैंपियन हैं इस खिताब को उन्होंने 1964, 1974 और 1978 में जीता, लेकिन क्या आपको पता है कि मुहम्मद अली ईसाई थे उन्होंने बाद में इस्लाम धर्म अपना लिया था यही नहीं, उनके बारे में बोला जाता है कि उन्होंने एक बार अपना गोल्ड मेडल नदी में फेंक दिया था इन सबकी क्या वजहें हैं, आइए जानते हैं…

मोहम्मद अली का जन्म कब और कहां हुआ?

मोहम्मद अली का जन्म 17 जनवरी 1942 को संयुक्त राज्य अमेरिका के लुइसविले केंटकी में हुआ इनका हाइट 6 फीट 3 इंच थी ये अफ्रीकी अमेरिकी थे इनके माता-पिता का नाम कैसियस मर्सीलस क्ले और ओडिसा ग्रेडी क्ले था उनके भाई का नाम रहमान अली था

मोहम्मद अली ने कितनी विवाह की?

मोहम्मद अली ने चार शादियां की थी, जिससे इनके नौ बच्चे हैं इनकी बेटी लैला अली पेशेवर मुक्केबाज हैं अली ने 1964 में सोंजी रोई से पहली विवाह की, लेकिन दो वर्ष बाद 1966 में दोनों अलग हो गए इसके बाद उन्होंने अगस्त 1967 में बेलिंडा बॉयड से दूसरी विवाह की, जिससे उन्हें तीन बेटी और एक बेटा हुआ दोनों 1976 में अलग हो गए इसके बाद अली ने 1977 में वेरोनिका पोर्श से तीसरी शादी, जिससे उनकी चार बेटियां हुईं यह विवाह भी अधिक दिन नहीं चल पाई और 1986 में टूट गई इसके बाद 1986 में उन्होंने योलांडा विलियम्स से चौथी विवाह की दोनों ने एक बेटे को गोद भी लिया

मोहम्मद अली ने किस उम्र में ट्रेनिंग प्रारम्भ की?

मोहम्मद अली ने 12 वर्ष की उम्र में ट्रेनिंग प्रारम्भ कर दी थी उन्होंने पुलिस अधिकारी जो मार्टिन के संरक्षण में ट्रेनिंग प्रारम्भ की मार्टिन कोलंबिया जिम में बॉक्सिंग कोच थे अली ने 22 वर्ष की उम्र में 1964 में लला लिस्टन से विश्व हेवीवेट चैंपियनशिप में जीत हासिल की उन्होंने 29 अक्टूबर 1960 को अपने पेशेवर करियर की आरंभ की थी

मोहम्मद अली ने नदी में गोल्ड मेडल क्यों फेंका?

मोहम्मद अली ने 1960 में रोम ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन उस समय अमेरिका में नस्लभेद काफी अधिक था अली भी इसके शिकार हो गए, जिससे वे काफी आहत हुए और अपना गोल्ड मेडल नदी में फेंक दिया अली ने अपनी आत्मकथा में कहा कि वे गोल्ड मेडल जीतने के बाद अपने दोस्तों के साथ एक रेस्टोरेंट में गए थे, लेकिन वहां उन्हें बैठने नहीं दिया गया उन्होंने अपना मेडल भी दिखाया, फिर भी उन्हें बैठने की अनुमति नहीं दी गई इस दौरान वहां उपस्थित लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, जिससे वे काफी आहत हुए और अपना गोल्ड मेडल ओहियो नदी में फेंक दिया था

मोहम्मद अली ने कौन-सी लोकप्रिय फाइट लड़ी?

मोहम्मद अली 25 फरवरी 1964 से 19 सितंबर 1964 के बीच हैवीवेट बॉक्सिंग चैंपियन रहे इन्हें ‘द ग्रेटेस्ट’ भी बोला गया उन्होंने फाइट ऑफ द सेंचुरी, सुपर फाइट 2 और थ्रिला इन मनीला, रंबल इन द जंगल जैसे कई ऐतिहासिक बॉक्सिंग मैचों का हिस्सा रहे

मोहम्मद अली ने इस्लाम क्यों अपनाया?

मोहम्मद अली का असली नाम कैसियस मार्सेलस क्ले जूनियर था उन्होंने 26 फरवरी 1965 को अपना नाम बदलकर मोहम्मद अली रख लिया अली ने स्वयं को अश्वेत मुसलमान घोषित किया था उन्होंने अपने धर्म की वजह से अमेरिकी सेना से जुड़ने से इंकार कर दिया था, जिसकी वजह से उनके बॉक्सिंग लाइसेंस को कैंसिल कर दिया गया था उन्हें ह्यूस्टन की जूरी ने फर्जीवाड़ा के इल्जाम में 5 वर्ष की कारावास और 10 हजार $ जुर्माने की सजा सुनाई इनका पासपोर्ट भी बरामद कर लिया गया बता दें कि आज के ही दिन 6 मार्च 1964 को एक रेडियो संबोधन में यह घोषणा किया गया था कि क्ले का नाम बदलकर मुहम्मद अली रखा जाएगा

मोहम्मद अली का मृत्यु कब हुआ?

मोहम्मद अली का मृत्यु 3 जून 2016 को हुआ वे 1984 से पार्किंसन बीमारी से पीड़ित थे उन्हें पेशाब की नली में संक्रमण की वजह से दिसंबर 2014 में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया इसके बाद 2 जून 2016 को उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद फिर से हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया इनकी मृत्यु की वजह सेप्टिक शॉक को कहा गया

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