Women’s Cricket: महिला और पुरुष क्रिकेट में 5 बड़े अंतर
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में खूब रन बन रहे हैं। लीग में अभी केवल 30 मैच ही हुए हैं, जिनमें 12 बार 200 से बड़ा स्कोर बन चुका है। सनराइजइर्स हैदराबाद ने तो सोमवार को 287 रन धुन दिए। दिलचस्प बात यह है कि इंडियन प्रीमियर लीग के ये सारे मुकाबले उन्हीं मैदानों पर हो रहे हैं, जिन पर कुछ दिन पहले ही विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) खेली गई। डब्ल्यूपीएल में एक भी बार 200 रन नहीं बने थे। इससे क्रिकेटप्रेमियों के मन में प्रश्न पैदा हो सकता है कि जब बैट-गेंद वही हैं तो फिर डब्ल्यूपीएल में 200 का आंकड़ा एक बार भी क्यों पार नहीं हुआ। यदि आपके मन में भी यह प्रश्न आया है तो जान लीजिए कि स्त्री और पुरुष क्रिकेट में केवल चौकों-छक्कों के अंदाज में ही अंतर नहीं दिखता, बल्कि गेंद के आकार और बाउंड्री की लंबाई में भी अंतर होता है। आइए स्त्री क्रिकेट और पुरुष क्रिकेट (Womens Cricket vs Mens Cricket)के ऐसे 5 अंतर जानते हैं।
गेंद के वजन में अंतर
महिला क्रिकेट में जो गेंद इस्तेमाल होती है उसका वजन 140 से 151 ग्राम के बीच होनी चाहिए। पुरुष क्रिकेट में गेंद का वजन 156 से 163 ग्राम के बीच होता है। इसी तरह स्त्री क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली गेंद की परिधि इसकी 21.0 सेमी से 22.5 सेमी तक होती है। पुरुष क्रिकेट की गेंद की परिधि 22.4 से 22.9 सेमी के बीच होनी चाहिए।
बाउंड्री में 18 मीटर तक का अंतर
महिला क्रिकेट और पुरुष क्रिकेट में बाउंड्री की लंबाई में अंतर होता है। स्त्री क्रिकेट में बाउंड्री 54.86 से 64 मीटर के बीच होती है। पुरुष क्रिकेट में बाउंड्री 59 मीटर से 82 मीटर तक हो सकती है।
बैट का वजन 1.40 किलो से अधिक ना हो
यहां बता दें कि आईसीसी ने बैट के लिए जो नियम बनाए हैं, उनमें जरूर स्त्री और पुरुष क्रिकेट के लिए कोई अंतर नहीं रखा गया है। नियमानुसार बैट की लंबाई अधिकतम 38 इंच और चौड़ाई 4.25 इंच ( 10.8 cm) हो सकती है। बैट का 1.1 से 1.4 किलोग्राम तक हो सकता है। लेकिन ज्यादातर स्त्री क्रिकेटर करीब 1.10 किलो वजनी बैट इस्तेमाल करती हैं। ज्यादातर पुरुष क्रिकेटर 1.20 किलो वजनी बैट से खेलते हैं।
फॉलोऑन के लिए 150 रन ही काफी
महिलाओं और मर्दों के टेस्ट क्रिकेट में भी अंतर होता है। स्त्री टेस्ट मैच 4 दिन का होता है, जबकि मर्दों का टेस्ट मैच 5 दिन का। इसी तरह स्त्री टेस्ट मैच में रोज 100 ओवर गेंदबाजी का नियम है। मर्दों के टेस्ट मैचों के लिए 90 ओवर का नियम है। स्त्री टेस्ट मैचों में 150 रन के अंतर पर फॉलो-ऑन का नियम लागू होता है। पुरुष टेस्ट क्रिकेट में इसके लिए कम से कम 200 रन की बढ़त होनी चाहिए।
गेंदबाजी का समय अलग-अलग
महिला टेस्ट मैच में एक घंटे में औसतन 17 ओवर की गेंदबाजी होनी चाहिए, जो पुरुष टेस्ट मैच से 2 ओवर अधिक है। स्त्रियों के टेस्ट मैच में एक ओवर करने के लिए औसतन 3.6 मिनट तय किए गए हैं। मर्दों के मैच में यह समय औसतन 4 मिनट है। इसके अतिरिक्त खिलाड़ियों के मैदान से बाहर रहने के लिए पेनल्टी टाइम भी अलग है। स्त्री टेस्ट मैच में इसके लिए अधिकतम 110 मिनट का समय तय है। मर्दों के मैच में यह समय 120 मिनट हो जाता है।