अयोध्या में आज श्रीराम के जन्म बाद उनके माथे पर सूर्य की पड़ेगी किरण
Ram Lalla Surya Tilak: आज रामनवमी के अवसर पर अयोध्या स्थित राम मंदिर में श्री रामलला का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. इस बार की रामनवमी कई मायनों में विशेष होगी. करीब 500 वर्ष बाद प्रभु राम अपने महल में लौटे हैं ऐसे में रामलला से जुड़ा हर एक दिन जो इस बार पहली बार मनाया जा रहा है वह अविस्मरणीय और अदभूत होगा. आज दोपहर 12 बजे श्रीराम का जन्म होगा. उसके बाद उनके माथे पर सूर्य की किरण पड़ेगी.
बता दें कि ईश्वर राम सूर्य अभिषेक वैज्ञानिक फाॅर्मूले के अनुसार किया जाएगा. वैज्ञानिकों ने इससे जुड़ा रिसर्च भी किया जो बीते दिनों ट्रायल में भी सफल रहा. आज रामनवमी है ईश्वर राम का जन्मदिन मनाया जाएगा. इस पल का दुनिया में बैठे सभी रामभक्त साक्षी बनेंगे.
ऐसे होगा रामलला का सूर्य अभिषेक
रामनवमी के दिन सूर्य की रोशनी मंदिर के तीसरे तल पर लगे दर्पण पर पड़ेगी. इसके बाद यहां से परावर्तित होकर पीतल की पाइप में प्रवेश करेगी. इस पाइप में लगे दूसरे दर्पण से टकराकर 90 डिग्री पर पुनः परावर्तित हो जाएंगी. इसके बाद पीतल की पाइप से गुजरती हुई किरण तीन लेंसों से गुजरती हुई लंबे पाइप के गर्भगृह वाले सिरे पर लगे शीशे से टकराएंगीं. गर्भगृह के शीशे से टकराने के बाद किरणें सीधे रामलला के मस्तिष्क पर 75 मिलीमीटर का गोलाकार तिलक लगाएगी इसके बाद लगातार 4 मिनट तक प्रकाश मान होंगी.
अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्रकाश के परावर्तन नियम के जरिए रामलला सूर्य अभिषेक होगा. सूर्य अभिषेक का यह माॅडल श्रीराम मनोहर लोहिया विवि के साइंस के विद्यार्थी और प्रोफेसर ने मिलकर तैयार किया है. इस माॅडल में उर्जा सूर्य से ली जा रही है. इसके बाद भिन्न-भिन्न लैंस के जरिए प्रकाश को परावर्तित कर रामलला का सूर्य अभिषेक किया जाएगा.