जानें, रामनवमी पर किस रंग का वस्त्र पहनेंगे रामलला
देशभर में रामनवमी की धूम है। लोग मंदिरों में रामनवमी के लिए खूब तैयारी कर रहे हैं। लेकिन इस बार अयोध्या में अलग ही नजारा है और हो भी क्यों ना आखिर ईश्वर राम का मंदिर बनने के बाद पहली बार अयोध्या में रामनवमी मनाई जा रही है, जहां लाखों श्रद्धालु हर रोज जुट रहे हैं और इस बार की रामनवमी को भव्य ढंग से मनाने के लिए खास तैयारी भी की जा रही है। मंदिर की साज-सजावट के साथ-साथ सुरक्षा प्रबंध पर भी ध्यान दिया गया है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने जानकारी देते हुए कहा कि 17 नवंबर, रामनवमी के दिन ईश्वर श्रीराम को पीले वस्त्र पहनाए जाएंगे, जैसा उस समय मां कौशल्या ने पहनाए थे। उन्होंने कहा कि सुबह 3 बजे ईश्वर श्रीराम का अभिषेक होगा और फिर श्रृंगार होगा और फिर सुबह चार बजे मंगला आरती होगी और फिर 5 बजे श्रृंगार आरती होगी। दोपहर 12 बजे 15 मिनट के लिए मंदिर का कपाट बंद रहेगा। तब ईश्वर श्रीराम के ललाट पर सूर्य के किरणों से सूर्य तिलक होगा। उसके बाद उत्सव और दर्शन प्रारम्भ हो जायेंगे।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार मनायी जाने वाली राम नवमी के मद्देनजर लाखों श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की आशा है, जिसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़े किये गये हैं। ऑफिसरों ने यह जानकारी दी। ऑफिसरों ने कहा मेले की चाक चौबंद प्रबंध के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र को कुल सात जोन तथा 39 सेक्टर में विभाजित किया गया है। वहीं, यातायात प्रबंध को दो जोन तथा 11 क्लस्टर में विभाजित कर यातायात प्रबंध सुनिश्चित कराई जा रही है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मेले के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रबंध के लिए 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 स्त्री उप निरीक्षक, 1305 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 270 स्त्री मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 कंपनी पीएसी, बाढ़ राहत की दो कंपनी, राज्य आपदा मोचन बल ( एसडीआरएफ) की एक टीम और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम को अतिरिक्त तैनात किया गया है। बयान के मुताबिक, संपूर्ण मेला क्षेत्र में 50 स्थानों पर पीए सिस्टम स्थापित किए गए हैं और विभिन्न स्थानों पर स्थापित 111 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से येलो जोन कंट्रोल रूम से लगातार नज़र की जा रही है।