उत्तर प्रदेश

फिरोजाबाद मेरेलकर्मी के आवास पर छोटा दरवाजा लगाने का विरोध करना रेलकर्मी को पड़ा महंगा

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बुधवार को रेलकर्मी के आवास पर छोटा दरवाजा लगाने का विरोध करना रेलकर्मी को महंगा पड़ गया. रेलकर्मी के साथ निर्माण विभाग के एसएसई एवं ठेकेदार तथा उसके कर्मचारियों ने अभद्रता कर दी. उसके साथ हाथापाई करने का कोशिश किया गया. एसएसई एवं ठेकेदार की दबंगई से रेलकर्मी भय में है.

शिकोहाबाद की रेलवे कॉलोनी क्वार्टर संख्या 56-ए निवासी अरुण कुमार रेलवे में कैरिज एंड वैगन विभाग में कार्यरत है. जिसकी डयूटी कुछ दिनों पूर्व भदान में लगी हुई थी. वह अपने परिवार के साथ रेलवे द्वारा आवंटित किए गए आवास में रहता है. रेलकर्मी के आवास का मुख्य प्रवेश द्वार छोटा था. जिसकी वजह से उसे और उसके परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.

रेलकर्मी ने रेलवे आवास में दरवाजा बदलवाने के लिए जनवरी माह में निर्माण विभाग को प्रार्थना पत्र दिया था. रेलकर्मी का इल्जाम है कि जनवरी माह में दिए गए प्रार्थना पत्र के बाद लगभग पांच दिन पूर्व निर्माण विभाग से कुछ कर्मचारी छोटा दरवाजा लेकर उसके आवास में लगाने के लिए आए थे. उस दौरान उसकी डयूटी भदान में थी.

छोटा दरवाजा होने का विरोध उसकी पत्नी ने भी किया था. जब रेलकर्मी डयूटी करके वापस आया, तो उसने छोटा दरवाजा लगाए जाने का विरोध किया. जिसकी कम्पलेन उसने स्टेशन पर उपस्थित सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) महेश कुमार से की थी. इल्जाम है कि उस दौरान एसएसई महेश कुमार रेलवे स्टेशन पर प्राइवेट ठेकेदार एवं उसके कर्मचारियों के साथ उपस्थित थे.

शिकायत सुनते ही वह आग-बबूला हो गए. उन्होंने और ठेकेदार तथा उसके कर्मचारियों ने उसके साथ अभद्रता करते हुए मारपीट करने का कोशिश किया. रेल अधिकारी एवं प्राइवेट ठेकेदार की इस दबंगई से रेलकर्मी भय में है. उसने मुद्दे की कम्पलेन वरिष्ठ ऑफिसरों से भी की है.

रेलवे आवास में छोटा दरवाजा होने के चलते उसे बदलवाया गया था. हमारे द्वारा कोई भी अभद्रता नहीं की गई है. रेलकर्मी मुझ पर गलत इल्जाम लगा रहा है. 

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