किन्नरों की गुरु बनीं सैकड़ों बेजुबानों की मां
तीज त्योहार हो या खुशी का मौका। हमें प्रतीक्षा रहता है किन्नर समाज की दुआओं और आशीर्वाद का। करौली की एक दिलचस्प समाचार है। आदमी और पशु पक्षियों के बीच संबंध की। ये रिश्ता प्यार औऱ भरोसे का है। यहां एक किन्नर सैकड़ों पशु पक्षियों की मां हैं। वो सबको प्यार से पाल रही हैं।
ये किस्सा पूर्वी राजस्थान के करौली का है। यहां हिना बाई रहती हैं। ये सैकड़ों पशु पक्षियों की मां हैं। हिना किन्नर समाज से हैं। उनका पशु – पक्षियों प्रति लगाव देखते ही बनता है। उन्होंने एक – दो पशु – पक्षी नहीं बल्कि अपने घर में सैकड़ों पशु-पक्षी बच्चों की तरह पाल रखे हैं। दिन -भर इन पशु -पक्षियों का ख्याल हिना बाई एक मां की तरह रखती हैं। यही वजह है कि हिना बाई के आंगन में खेलने वाले सैकड़ों तरह के पशु – पक्षियों का भी उनसे एक खास रिश्ता बन गया है।
हिना बाई का पशु- पक्षी पालने का शौक कब गहरे प्यार के रिश्तो में जकड़ जाएगा। इस बात का अंदाज़ उन्हें भी पहले नहीं था। बर्ड – लवर किन्नर हिना बाई की स्थिति अब ऐसी हो गई है कि जब तक वह अपने घर में उपस्थित सभी पशु पक्षियों का हाल नहीं जान लेतीं तब तक उन्हें चैन नहीं मिलता। मीडिया से वार्ता में हिना बाई ने कहा – पशु – पक्षियों से मुझे बहुत प्रेम और लगाव है। क्या पता मैंने अपने पिछले जन्म में कुछ बुरे कर्म किए हों तो अब पशु पक्षियों का ख्याल रखकर ही मेरे -से अच्छे कर्म हो जाएं। मैं इनसे अपनी जान से भी अधिक प्यार करती हूं।
जान से अधिक प्यारे
हिना बाई के घर में एक दो तरह के नहीं बल्कि दर्जनों प्रकार के पशु – पक्षी उपस्थित हैं। उनके घर में डॉग, गाय, मुर्गी – मुर्गा, बत्तख, चूहे और बकरा – बकरी हैं। इनकी भी कई नस्ल हिना के पास हैं। इन सभी पशु पक्षियों में सबसे खास विदेशी नस्ल के दर्जनों गिनी फॉल चूहे और कश्मीरी नस्ल की एक खूबसूरत बकरी है। हिना बाई के अनुसार उनके घर के आंगन में 100 से अधिक पशु- पक्षी हैं।
हिना रखती हैं सबका ख्याल
सभी पशु – पक्षियों की देखभाल भी हिना बाई स्वयं ही करती हैं। सबको दाना – पानी खिलाने और भिन्न-भिन्न प्रकार का भोजन करने की जिम्मेदारी भी वह स्वयं ही निभा रही हैं।कई बार इतने पशु पक्षियों को संभालने में उन्हें परेशानी भी आती है। लेकिन हिना बाई सब मैनेज कर लेती हैं। उनका बोलना है ईश्वर ने मुझे इतनी हौसला दी है कि मैं अपने इतने सारे पशु पक्षियों को प्यार से रख सकूं। जितना मुझे मेरे अन्नदाता (जजमान) देते हैं उसका आधा हिस्सा मैं अपने पशु- पक्षियों पर ही खर्च करती हूं।
कौन हैं हिना बाई ?
हिना बाई ने बताया- मैं अपना पूरा दिन और रात अपने पशु पक्षियों के साथ ही बिताती हूं। इससे मन को बहुत शाँति मिलता है। हिना बाई करौली के पूरे किन्नर समाज की गुरु मां के साथ अब सैकड़ों पशु पक्षियों की मां बन गयी हैं। उनका पशु -पक्षी प्रेम ऐसा है कि अब उनके जानकार और जजमान लोग भी उन्हें शुभ अवसरों पर पशु -पक्षी ही भेंट देते हैं।