मॉस्को शिखर सम्मेलन में अलियेव और पाशिनयान एक-दूसरे पर निकाली भड़ास

मॉस्को शिखर सम्मेलन में अलियेव और पाशिनयान एक-दूसरे पर निकाली भड़ास

यह अर्मेनिया और विवादित क्षेत्र नगोर्नो-काराबाख के बीच इकलौता अधिकृत संपर्क क्षेत्र है तथा क्षेत्र के करीब 1,20,000 लोगों को सामान की आपूर्ति के लिए जीवनरेखा है. मॉस्को में पुतिन की मेजबानी में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में अलियेव और पाशिनयान ने इस गलियारे को लेकर एक-दूसरे पर भड़ास निकाली.

मॉस्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को बोला कि एक विवादित क्षेत्र को लेकर लड़ रहे पड़ोसी राष्ट्र अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच मुख्य विवादों में से एक को हल करने में ‘‘केवल तकनीकी’’ बाधाएं हैं.
पुतिन ने मॉस्को में अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव और अर्मेनिया के पीएम निकोल पाशिनयान से मुलाकात की और उनसे लाचिन गलियारे को लेकर टकराव पर चर्चा की.
यह अर्मेनिया और विवादित क्षेत्र नगोर्नो-काराबाख के बीच इकलौता अधिकृत संपर्क क्षेत्र है तथा क्षेत्र के करीब 1,20,000 लोगों को सामान की आपूर्ति के लिए जीवनरेखा है.
मॉस्को में पुतिन की मेजबानी में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में अलियेव और पाशिनयान ने इस गलियारे को लेकर एक-दूसरे पर भड़ास निकाली.

पुतिन ने बोला कि ‘‘प्रमुख मुद्दों पर एक समझौता है’’ और बाद में उन्होंने बोला कि ‘‘तकनीकी मुद्दों’’ पर टकराव हैं.
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार पाशिनयान ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘मैं इस बात की पुष्टि करना चाहता हूं कि अर्मेनिया और अजरबैजान एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता को परस्पर मान्यता देने पर सहमत हो गए हैं और इस आधार पर हम कह सकते हैं कि हम अपने संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा की ओर बढ़ रहे हैं.’’

उल्लेखनीय है कि अर्मेनिया और अजरबैजान ने 2020 में नगोर्नो-काराबाख को लेकर लड़ाई लड़ी थी जिसमें 6,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गयी थी. रूस की मध्यस्थता में यह लड़ाई समाप्त हुई थी. नगोर्नो-काराबाख अजरबैजान की सीमा में आता है लेकिन अर्मेनिया द्वारा समर्थित जातीय अर्मेनियाई बलों ने 1994 से इस क्षेत्र तथा इसके आसपास के क्षेत्रों पर अतिक्रमण जमा रखा है.
अजरबैजान लगातार आरोप लगाता है कि अर्मेनिया ने नगोर्नो-काराबाख में हथियारों तथा गोला बारुद पहुंचाने के लिए लाचिन गलियारे का उपयोग किया है.