आप कर रहे हैं गेट परीक्षा की तैयारी, जानें सफलता के ये टिप्स
क्या आपको भी गेट परीक्षा की तैयारी करनी है? यदि हां तो यह समाचार आपके काम की है। क्योंकि आज आपको गेट परीक्षा में सफल होने की जानकारी इण्डिया के सेकंड टॉपर आशुतोष देंगे। आशुतोष ने इस बार ग्रेजुएट एप्टीट्यूड इन इंजीनियरिंग (गेट) परीक्षा में देशभर में दूसरा जगह प्राप्त किया है। आशुतोष ने यह कामयाबी माइनिंग इंजीनियरिंग संबंध में प्राप्त की है। वह बिहार के भागलपुर के एक गांव मकंदपुर के रहने वाले हैं। मकंदपुर के रहने वाले फुंचुन के बड़े पुत्र हैं आशुतोष। आइए जानते हैं इनसे कामयाबी के कुछ टिप्स।
ऐसे की तैयारी
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड इन इंजीनियरिंग (गेट) परीक्षा में देशभर में दूसरा जगह प्राप्त किया है। आशुतोष ने यह कामयाबी माइनिंग इंजीनियरिंग संबंध में प्राप्त की है। आशुतोष ने कहा कि मैंने गेट 2024 का एग्जाम माइनिंग इंजीनियरिंग पेपर से दिया था और इसकी तैयारी मैंने अपने कॉलेज में ही की थी। परीक्षा से दो-तीन महीने पहले ही मैंने उसकी तैयारी प्रारम्भ की थी। मैंने पिछले वर्ष भी गेट एग्जाम दिया था, लेकिन मेरी रैंक 48 आई थी। इसके बाद मैंने एक बार फिर तैयारी प्रारम्भ की और गेट 2024 में मैंने दूसरा जगह प्राप्त कर लिया।
छात्रों को दी यह टिप्स
आशुतोष ने Local 18 से बात करते हुए बोला कि जो विद्यार्थी अभी इस परीक्षा की तैयारी की रेस में हैं, सबसे पहले इन बातों बातों का ख्याल रखें। आप बेसिक पर अधिक ध्यान देकर पढ़ाई करें, क्योंकि माइनिंग इंजीनियरिंग में आप जितना रिलेट करके उसे पढ़ेंगे वह उतना ही सरल और रोचक होता जाएगा। सबसे खास बात की परीक्षा के दिन अपने दिमाग को शांत रखकर नेचुरल नॉलेज से एग्जाम देने से आपको लाभ मिलेगा। वहीं, उन्होंने बोला कि आप जब भी किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करते हैं तो सबसे खास बात है कि आपका बुक चयन अर्थ रखता है। इसके बाद सबसे खास की आप जब परिक्षा में जाते हैं तो पॉजिटिव कितना है। दूसरा यदि आप पढ़ाई करते हैं तो उसके लिए आप समर्पित हैं। जितना भी पढ़ाई करें उस समय में आप कोई अन्य कार्य पर ध्यान न दें।
जानिए कहां काम करने का है इरादा
आशुतोष ने Local 18 को कहा कि मेरा लक्ष्य है कि मैं एक अच्छी कंपनी में ज्वाइन करूं। कोल इण्डिया में जाने का मेरा इरादा है। अभी मेरा कैंपस सिलेक्शन हुआ है और मेदांता ग्रुप में मुझे 15 लाख पैकेज पर प्लेसमेंट मिला है। मैंने 12वीं के बाद कोटा में जेईई की तैयारी की थी। उसके बाद मुझे आईआईटी धनबाद में दाखिला मिला और सब्जेक्ट मेरा माइनिंग इंजीनियरिंग था जो मेरे लिए एक परफेक्ट कांबिनेशन हुआ। मैंने एके गोरई पुस्तक को अपनी तैयारी के समय सहारा बनाया जो माइनिंग इंजीनियरिंग के स्टूडेंट के बीच काफी मशहूर है।
अपने गांव के बच्चों को करूंगा प्रेरित
आशुतोष ने बोला कि मेरे लिए काफी गर्व की बात है कि मैंने हिंदुस्तान में दूसरा जगह प्राप्त किया। मेरे दिमाग में टॉप 20 में शामिल होने का लक्ष्य था, लेकिन इतना आगे आ जाऊंगा यह मैंने नहीं सोचा था। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। मैं अपनी पहली सैलरी से कुछ अच्छा काम करूंगा, जिस तरह से अपनी पढ़ाई ईमानदारी से कि उसी तरह से पहली सैलरी आने पर भी उसे घर के अच्छे कार्य में सहयोग दूंगा। आगे मैने जिस गांव से इस कामयाबी को हासिल की वहां के और विद्यार्थियों को इस ओर आने के लिए जरूर प्रेरित करूंगा। ताकि और यहां के बच्चे आगे बढ़ पाएं।