वकील का ऐसा कारनामा, हाईकोर्ट तक को दे दिया 8 बार धोखा
मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक बिल्डर के विरुद्ध कई मामलों में बॉम्बे उच्च न्यायालय और शहर की अन्य अदालतों में सरकारी वकील के रूप में पेश होने के लिए कथित रूप से जाली डॉक्यूमेंट्स बनाने के इल्जाम में एक वकील के विरुद्ध मुद्दा दर्ज किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि बिल्डर संजय पुनमिया की कम्पलेन के आधार पर, पुलिस ने रविवार को वकील शेखर जगताप, बिल्डर श्यामसुंदर अग्रवाल, शरद अग्रवाल, किशोर भालेराव, राज्य गृह विभाग के उप सचिव और अन्य के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 465 (जालसाजी) और अन्य धाराओं के अनुसार मुकदमा दर्ज किया है।
पुनामिया को जुलाई 2021 में मरीन ड्राइव थाने में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह और अन्य के विरुद्ध दर्ज 15 करोड़ रुपये की जबरन वसूली मुद्दे में अरैस्ट किया गया था। शिकायतकर्ता ने इल्जाम लगाया है कि मरीन ड्राइव मुद्दे में अपनी गिरफ्तारी के बाद, जगताप एक प्राइवेट वकील के रूप में श्यामसुंदर अग्रवाल का अगुवाई करने के लिए 22 जुलाई 2021 को न्यायालय में पेश हुआ था।
एफआईआर के अनुसार, मुकदमा की दूसरी सुनवाई के दौरान, आरोपी वकील ने न्यायालय के समक्ष एक लेटर पेश किया, जिसमें उल्लेख किया गया था कि उसे मुद्दे में विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था। एफआईआर के अनुसार, जगताप ने स्वयं को विशेष लोक अभियोजक के रूप में पेश किया और उच्च न्यायालय में आठ सुनवाई के दौरान पेश हुआ। अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने इल्जाम लगाया है कि आरोपी वकील ने मुद्दे में श्यामसुंदर अग्रवाल और अन्य की सहायता करने के लिए जांच में बाधाएं पैदा कीं।
अदालत और गवर्नमेंट को दिया धोखा
एफआईआर में बोला गया है कि पुनामिया ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) का इस्तेमाल किया और जगताप को विशेष लोक अभियोजक के रूप में पेश होने के लिए सौंपे गए मामलों के बारे में जानकारी मांगी। गृह विभाग ने अगस्त 2023 में अपने उत्तर में बोला कि जगताप को मरीन ड्राइव और मुंबई अपराध ब्रांच की यूनिट-9 में दर्ज दो जबरन वसूली मामलों के लिए विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था और उपस्थिति क्विला न्यायालय में इन दो मामलों तक ही सीमित थी। अधिकारी ने बोला कि लेकिन वह सत्र न्यायालय में मौजूद हुए और न्यायालय और गवर्नमेंट को विश्वासघात दिया।
आरोपी वकील ने किया क्या दावा?
उन्होंने बोला कि आरोपी वकील जाली डॉक्यूमेंट्स पेश करके हाईकोर्ट, सेशन न्यायालय और ठाणे जिला न्यायालय में विशेष लोक अभियोजक के रूप में पेश हुआ और इस तरह राज्य गवर्नमेंट को विश्वासघात दिया। इस बीच, जगताप ने दावा किया कि संबंधित ऑफिसरों ने उन्हें उन मामलों में विशेष लोक अभियोजक के रूप में पेश होने के लिए नियुक्त किया था, जिनमें वह पेश हुए थे। उन्होंने बोला कि मुझे कानून और न्यायपालिका विभाग से विशेष लोक अभियोजक के रूप में मेरी नियुक्ति की पुष्टि करने वाले पत्र भी मिले है।