यूपी में एक्सीडेंट रोकने की ये नई पहल हुई शुरू
Family photo in front of the driving seat: तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ा रहे चालक के सामने यदि उसके परिवार की तस्वीर आ जाए तो वह अधिक संवेदनशील होगा और रफ्तार कम कर लेगा. लगातार हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग कुछ इसी तरह का कोशिश कर रहा है.
दरअसल शासन ने निर्णय लिया है कि परिवहन निगम की बसों और व्यावसायिक वाहनों में चालक की सीट के सामने उसके परिवार की फोटो अवश्य रूप से लगाई जाएगी. मकसद यह है कि गलत ड्राइविंग के दौरान परिवार की फोटो पर नजर पड़ते ही उसे अपने घर और बच्चों का ख्याल आ जाए और वह सावधानी से गाड़ी चलाने लगे.
आंध्र प्रदेश ने की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में 16 मार्च को लखनऊ में बैठक हुई. इस दौरान अपर पुलिस महानिदेशक सड़क सुरक्षा एवं यातायात ने आंध्र प्रदेश में किए जा रहे इस नवाचार के बारे में जानकारी दी. तय किया गया कि फोटो गाड़ी के गति मीटर के पास लगेगी, जिससे कि चालक तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाता है तो उसे परिवार का ख्याल आ जाए और रफ्तार कम कर ले.
क्या कहे आरटीओ
बागपत के आरटीओ एके राजपूत ने बोला कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से फोटो लगाये जाने के संबंध में आदेश प्राप्त हो गए हैं. फिटनेस के लिए आने वाले वाहनों में चालक सीट के सामने चालक की फैमिली फोटोग्राफ लगवाए जाएंगे.
फोटो लगाने पर ही मिलेगा फिटनेस सर्टिफिकेट
30 मार्च को जारी आदेश में अफसरों को निर्देश दिए हैं कि केवल उसी गाड़ी को फिटनेस र्सिटफिकेट जारी करें जिसमें चालक के परिवार का फोटो लगा हो. प्रथम चरण में राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों एवं सभी सार्वजनिक और व्यावसायिक वाहनों के लिए योजना लागू की जा रही है.