बॉडी में रक्षा कवच की तरह काम करता है यह खास प्रोटीन
हमारे शरीर की रक्षा के लिए एक बड़ी फौज तैयार रहती है. इस फौज को मेडिकल की भाषा में व्हाइट ब्लड सेल्स बोला जाता है. यह हमारे शरीर को अनेक तरह की रोंगों से बचाने का काम करती है. यह सेल्स जितनी अधिक बहादुर होती हैं, उतनी ही अधिक तेज दिमाग की भी होती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जब एक बार यह किसी शत्रु बैक्टीरिया को पहचान लेती हैं, तो फिर यह उनको नहीं भूलती हैं. हांलाकि यह हर समय हमले के मूड में नहीं रहती हैं. लेकिन जब इनको किसी रोगाणु के हमले पर खास मैसेज मिलता है, तो यह सेल्स सक्रिय हो जाते हैं.
एक स्टडी के अनुसार खास प्रोटीन STAP-1 हमारे शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स को बेहतर बनाने का काम करता है. जैसे हमारे शरीर में कोई घातक रोगाणु, बैक्टीरिया या जीवाणु पहुंचता है, तो यह तेजी से सक्रिय हो जाता है. साथ ही यह मैसेज पहुंचाने का जरिया भी बन जाता है. ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको प्रोटीन से इम्यूनिटी पर पड़ने वाले असर के बारे में बताने जा रहे हैं. साथ ही यह भी जानेंगे कि STAP-1 प्रोटीन क्या होता है और कैसे काम करता है. इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत किया जाए और खानपान से कैसे हम स्वयं को रोंगों से बचा सकते हैं.
जानिए क्या कहती है स्टडी
हमारे शरीर में STAP-1 प्रोटीन पाया जाता है. जो टी सेल्स को सक्रिय करने का काम करता है. यह पूरी तैयारी के साथ बुरे जर्म्स पर धावा करता है. इसके अतिरिक्त STAP-1 प्रोटीन नाम का हरकारा शत्रु के बारे में परफेक्ट जानकारी देता है. जोकि शरीर को लड़ाई से बचाने में मददगार होता है. बता दें कि यह हरकारा हाल ही में खोजा गया है.
जानिए इससे क्या लाभ होगा
वैज्ञानिक की मानें, तो खासकर ऑटो इम्यून जैसी रोंगों में अधिक लाभ होगा. यह एक ऐसी रोग है, जो शरीर की रक्षा करने वाले सैनिक अपने ही लोगों पर धावा कर देते हैं. ऐसा इन्हें गलत संदेश मिलने से होता है. हांलाकि यदि आप STAP-1 प्रोटीन नाम के हरकारे को हटा देते हैं, या कमजोर हो जाता है तो ऐसा होना बंद हो जाएगा. इसके अतिरिक्त रोंगों से भी लड़ने में सहायता मिलेगी.
बता दें कि दुनिया में दवाइयां पहले दिन से नहीं बनी थीं. बीमारियां पहले भी थी, लेकिन इम्यून सिस्टम इन रोंगों से हमारी रक्षा करता था. वहीं दवाइयां हमारे शरीर के अच्छे सेल्स को बड़ा हानि पहुंचाती है. ऐसे में आप इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर की रोंगों से रक्षा कर सकते हैं.
खराब इम्यूनिटी के कारण
आज के समय में लोग फिजिकल एक्टिविटी की तरफ कम ध्यान देते हैं. डब्ल्यूएचओ के आंकड़े पर ध्यान दें तो पूरे विश्व में 80 प्रतिशत युवा आवश्यकता से कम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं. जिसके कारण मृत्यु का जोखिम 20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. क्य़ोंकि इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण होती है.
नशे के कारण भी हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो रही है. एक रिसर्च के अनुसार स्मोकिंग इम्यूनिटी पर बुरा असर डालती है और इससे निमोनिया और कैंसर जैसी गंभीर रोंगों का खतरा बढ़ता है.
शराब और खराब डाइट भी धीरे-धीरे हमारी रक्षख फौज को कमजोर कर देती है. इससे हार्ट संबंधी रोग और डायबिटीज की रोग का खतरा बढ़ जाता है. जो इम्यूनिटी को बुरी तरह से प्रभावित करता है.
अधिक तलाभुना और अनहेल्दी चीजें खाने से हमारी स्वास्थ्य खराब होती है. साथ ही यह हमारी गट हेल्थ को भी हानि पहुंचाता है. इस तरह के खाने से हेल्दी सेल्स कमजोर हो जाते हैं. इसलिए अपने खानपान पर अधिक ध्यान देना चाहिए.
अच्छी स्वास्थ्य की आदतें
हम सभी अच्छी आदतें अपनाकर अच्छी स्वास्थ्य पा सकते हैं. दुनिया में कई ऐसी कई जगहें हैं, जहां पर 100 वर्ष से ऊपर जी रहे हैं. यहां पर औसत आदमी 90-100 वर्ष तक जीता है. इसके पीछे कुछ अच्छी आदतें होती हैं.
एक्सरसाइज
सप्ताह में कम से कम आधा घंटा पांच दिन व्यायाम जरूर करना चाहिए. इसके अतिरिक्त सुबह-शाम वॉक भी करें. इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है.
मेंटल हेल्थ
अच्छी स्वास्थ्य में केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक हेल्थ भी महत्वपूर्ण है. क्योंकि आधा मुद्दा तो स्ट्रेस से ही खराब कर रहा है. ऐसे में मेंटल हेल्थ को ठीक रखने के लिए प्रत्येक दिन कम से कम पांच मिनट ध्यान लगाना चाहिए.
अच्छा खानपान
अच्छी स्वास्थ्य के लिए डाइट का भी अच्छा होना बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए अपने खानपान को संतुलित बनाए रखें. इसके अतिरिक्त अपनी डाइट में बायो फ्लैवोनॉयड, फाइटोकेमिकल, विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट को शामिल करें. यह हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायता करता है.