रॉबर्ट वाड्रा ने फिर जताई चुनाव लड़ने की इच्छा…
मथुरा: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने सोमवार को साफ किया कि वह एक्टिव राजनीति में शामिल होने के इच्छुक हैं और उन्होंने दोहराया कि कई लोग उनसे आनें वाले लोकसभा चुनाव लड़ने का निवेदन कर रहे हैं. मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद, वाड्रा ने बोला कि, “मैं राजनीति में शामिल होने का इच्छुक हूं और इसके लिए कई निर्वाचन क्षेत्रों से निवेदन मिला है. मैं ठीक समय पर इस पर फैसला लूंगा.“
रॉबर्ट वाड्रा ने यह भी बोला कि कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आनें वाले लोकसभा चुनाव में परिवर्तन लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने बोला कि लोग राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की मेहनत पर भरोसा करेंगे. उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव में परिवर्तन के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. ईश्वर और राष्ट्र की जनता उनकी मेहनत को जरूर समझेगी.” बांके बिहारी मंदिर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए वाड्रा ने कहा, “भगवान राजनेताओं या सियासी दलों में विश्वास नहीं करते हैं. जो कोई भी मुसीबत में है, वह ईश्वर से प्रार्थना कर सकता है और बदले में उल्टा परिस्थितियों से लड़ने का साहस प्राप्त कर सकता है.“
इस महीने की आरंभ में भी, रॉबर्ट वाड्रा ने एक्टिव राजनीति में शामिल होने का संकेत देते हुए बोला था कि अमेठी के लोगों को आशा है कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र से अपनी सियासी आरंभ करेंगे. हालाँकि, कई बार चुनाव लड़ने की ख़्वाहिश जताने के बावजूद कांग्रेस पार्टी हाईकमान यानी गांधी परिवार उन्हें टिकट क्यों नहीं दे रहा है, इसका उत्तर साफ नहीं हो पाया है. मीडिया से बात करते हुए, वाड्रा ने बोला कि अमेठी के लोग मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी से परेशान हैं और चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य वापस आए. वाड्रा ने बोला था, “जो कोई भी रायबरेली या अमेठी का अगुवाई करता है, उसे लोगों की प्रगति, उनकी सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए और भेदभाव की राजनीति नहीं करनी चाहिए. अमेठी के लोग अपने वर्तमान सांसद से बहुत परेशान हैं.“
उन्होंने बोला कि “वे (अमेठी के लोग) मानते हैं कि उन्होंने गलती की है क्योंकि वह (अपने निर्वाचन क्षेत्र) अक्सर नहीं जाती हैं. वह क्षेत्र की प्रगति के बारे में नहीं सोचती हैं. उन्हें सिर्फ़ गांधी परिवार के विरुद्ध इल्जाम लगाने, उन्हें अपमानित करने और अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने की परवाह है.“